Sarkari Naukri in Jharkhand: झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन 3 जुलाई को रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में 1500 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देंगे.
प्रभात तारा मैदान में होगा नियुक्ति पत्र वितरण समारोह नियुक्ति पत्र वितरण समारोह दिन के 12 बजे से धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में होगा. नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी शामिल होंगे. राज्य में वर्ष 2022 में 3120 प्लस टू शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी थी.
मार्च में 1000 शिक्षकों को दिया गया था नियुक्ति पत्र
इसमें से प्रथम चरण में लगभग 1000 शिक्षकों को इस वर्ष मार्च में नियुक्ति पत्र दिया गया था. झारखंड के नव चयनित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. गणित, इतिहास, हिंदी, अर्थशास्त्र, संस्कृत, अंग्रेजी व वाणिज्य विषय के शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जायेगा.
झारखंड के सरकारी विभागों में कर्मियों की भारी कमी है. विभागों में लगभग पौने तीन लाख पद खाली हैं. स्वीकृत पदों के विरुद्ध करीब 38.44% पद पर ही कर्मचारी कार्यरत हैं. राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में स्वीकृत पदों की कुल संख्या 4,66,494 है. इसके विरुद्ध केवल 1,79,365 पदों पर ही कर्मी कार्यरत हैं. शेष 2,87,129 पद खाली पड़े हुए हैं.
समय पर प्रोन्नति देकर भरे जा सकते हैं एक लाख पद :
पदों की रिक्तियों का सीधा असर राज्य सरकार के कार्यों पर पड़ता है. बड़ी संख्या में पद खाली रहने की वजह से फाइलों का मूवमेंट धीमा हो जाता है. जिससे विकास कार्यों की गति मंद पड़ जाती है. नियमानुसार, विभागों के कुल स्वीकृत पदों का 25% पद पर सीधी नियुक्ति नहीं की जाती है. उन पदों को प्रोन्नति के माध्यम से भरा जाता है. इस फार्मूले के मुताबिक, अगर राज्य सरकार के पदाधिकारियों और कर्मियों को समय पर प्रोन्नति प्रदान कर खाली पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाये, तो भी एक लाख से अधिक पदों को भरा जा सकता है. यहां यह उल्लेखनीय है कि फिलहाल,तीन विभागों में रिक्त पदों पर दो लाख हो सकते हैं
Sarkari Naukri In Jharkhand: नियुक्ति
राज्य सरकार के विभागों में सबसे अधिक रिक्त पद शिक्षा विभाग में हैं. प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा में सवा लाख से अधिक पद खाली पड़े हुए हैं. वहीं, स्वास्थ्य व गृह विभाग में भी बड़ी संख्या में पद रिक्त पड़े हैं. इन तीनों विभागों में ही रिक्त पदों पर दो लाख से अधिक लोगों को रोजगार सुलभ हो सकता है. रिक्तियों के मामले में सबसे अच्छी स्थिति ऊर्जा विभाग की है. ऊर्जा विभाग में स्वीकृत पदों के विरुद्ध एक भी पद खाली नहीं है. शेष सभी विभागों में स्वीकृत कार्यबल से कम कर्मी कार्यरत हैं.
खतियान के कारण हुई कई वर्गो को परेशानी
परीक्षा होने के बाद कई मामले में प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी हो चुका है. इनमें रिजल्ट आना बाकी है. कुछ मामले में परीक्षा हो चुकी है, लेकिन अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए नहीं बुलाया गया है.
रांची, झारखंड में खतियान आधारित नियोजन की मांग उठती रही है. सरकार ने भी स्थानीयता की पहचान के लिए खतियान को आधार बनाते हुए नियोजन में प्राथमिकता देने की बात कही है. इसके लिए सरकार की ओर से विधेयक भी विधानसभा से पारित कराये गये. इसमें तृतीय व चतुर्थ वर्ग की नौकरियों में स्थानीय को प्राथमिकता देने की बात है. चार वर्ष में झारखंड में तृतीय वर्ग में कितनी नियुक्तियां हुईं, प्रभात खबर ने जब इसकी पड़ताल की, तो पता चला, तृतीय वर्ग स्तरीय पदों पर 7,587 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा जा चुका है. इनमें से कई नियुक्तियों की प्रक्रिया वर्ष 2016-17 से ही शुरू हुई थी.
पर विवादों की वजह से रिजल्ट विलंब से जारी हुआ. Sarkari Naukri In Jharkhand वर्तमान सरकार ने इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिये.चार साल में जेएसएससी द्वारा नियुक्ति के लिए 15 से अधिक प्रतियोगिता परीक्षाएं शुरू की गयी हैं. इनमें से तीन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जिसके तहत अब तक लगभग 399 अभ्यर्थियों की अलग-अलग समय में अनुशंसा की गयी है, जबकि 39,136 विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया जारी है. परीक्षा होने के बाद कई मामले में प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी हो चुका है. इनमें रिजल्ट आना बाकी है. कुछ मामले में परीक्षा हो चुकी है, लेकिन अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए नहीं बुलाया गया है. कई प्रतियोगिता परीक्षा का फॉर्म जमा हो गया है परीक्षा होनी है.
पिछले वर्षों में कितनी हुई नियुक्ति
पिछले चार वर्षों के दौरान नियुक्ति प्रक्रिया में कई बाधाएं भी आयी हैं. इसमें कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2020- 2021 में किसी प्रकार की नियुक्ति नहीं हो पायी थी. झारखंड हाइकोर्ट के आदेश के बाद एफएसएल के रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए साइंटिफिक असिस्टेंट प्रतियोगिता परीक्षा-2021 आयोजित की गयी. वहीं, 16 दिसंबर 2022 को झारखंड हाइकोर्ट ने जेएसएससी स्नातक परीक्षा संचालन नियमावली 2021 को असंवैधानिक बताते हुए निरस्त कर दिया. इसके बाद जो नियुक्ति (लगभग 12 प्रतियोगिता परीक्षा) प्रक्रिया उक्त नियमावली के तहत संचालित थी, वह रद्द हो गयी. उसके बाद आयोग की ओर से पुनः नये सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी है.
उधर पूर्ववर्ती रघुवर सरकार के समय में वर्ष 2016 में संयुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा (17572 पद) और वर्ष 2017 में इंटर स्तरीय संयुक्त (पंचायत सचिव व निम्न वर्गीय लिपिक) प्रतियोगिता परीक्षा ( 3080 पद) की प्रक्रिया शुरू हुई थी. उसके तहत नियुक्ति जारी थी .Sarkari Naukri In Jharkhand उक्त दोनों नियुक्ति प्रक्रिया के तहत वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार ने लगभग 7587 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया है
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